"स्वतंत्रता जीवन की सांस है। जो राष्ट्र गुलामी, जड़ता और निष्क्रियता का आदी है, उसका नष्ट होना तय है। लेकिन जो राष्ट्र जीवन और जोश से भरपूर है, वह दुनिया में अपनी छाप छोड़ने के लिए बाध्य है।"
"इतिहास में कोई भी वास्तविक परिवर्तन चर्चाओं से कभी हासिल नहीं हुआ है।"
आज हमारी केवल एक इच्छा होनी चाहिए - मरने की इच्छा ताकि भारत जीवित रह सके - एक शहीद की मृत्यु का सामना करने की इच्छा, ताकि स्वतंत्रता का मार्ग शहीद के खून से प्रशस्त हो सके।"
"राष्ट्रवाद मानव जाति के उच्चतम आदर्शों, सत्यम [सत्य], शिवम [भगवान], सुंदरम [सुंदर] से प्रेरित है। भारत में राष्ट्रवाद ने... उन रचनात्मक क्षमताओं को जगाया है जो सदियों से निष्क्रिय पड़ी थीं हमारे लोग।"
"केवल अविभाज्य राष्ट्रवाद और पूर्ण न्याय और निष्पक्षता के आधार पर ही भारतीय मुक्ति सेना का निर्माण किया जा सकता है।"